10. पूजा अन्त्य विधि
पूजा अन्त्य विधि (अनंतर मणि, मूंगा, चाँदी आदि की माला से या अंगुली से अथवा १०८ पुष्पों से नीचे लिखे मंत्र का जाप्य करें। समयाभाव में ९ बार मंत्र पढ़कर पुष्प चढ़ावें।) ॐ ह्रां ह्रीं ह्रूँ ह्रौं ह्र: असि आ उसा स्वाहा। पुन: चैत्यभक्ति, पंचगुरुभक्ति और शांतिभक्ति पढ़ें— अथ जिनेन्द्रमहापूजास्तवसमेतं श्रीचैत्यभक्तिकायोत्सर्गं करोम्यहं। णमो अरहंताणं णमो…