43. भगवान महावीर ने देवकृत दिव्य भोगों का अनुभव किया
भगवान महावीर ने देवकृत दिव्य भोगों का अनुभव किया मणुवत्तणसुहमतुलं देवकयं सेविऊण वासाइं। अट्ठावीसं सत्त या मासे दिवसे य वारसयं।।२५।। अट्ठाईस वर्ष, सात माह ओैर बारह दिन तक देवों के द्वारा किए गए मनुष्य सम्बन्धी अनुपम सुख का सेवन किया। (जयधवला पु॰ १,पृ॰७८)