05. श्री पार्श्वनाथ जिनपूजा
पूजा नं. 5 श्री पार्श्वनाथ जिनपूजा -अथ स्थापना- (तर्ज-गोमटेश, जय गोमटेश मम हृदय विराजो……..) पार्श्वनाथ जय पार्श्वनाथ, मम हृदय विराजो-२ हम यही भावना भाते हैं, प्रतिक्षण ऐसी रुचि बनी रहे। हो रसना में प्रभु नाममंत्र, पूजा में प्रीती घनी रहे।।हम०।। हे पार्श्वनाथ प्रभु…