Sthaapanaa Satya स्थापना सत्य Ritual installation of lord arihant in artifical idols. जो अर्हन्त आदि पंच परमेष्ठी की पाषाण या धातु आदि की प्रतिमा मे स्थापना की जाती है वह स्थापना सत्य है।
Sthaapanaa Stava स्थापना स्तव Hymning the idols of lord Arihant. जिनेन्द्र भगवान के गुणो को धारण करने वाली जिन प्रतिमओ के स्वरुप का कीर्तिन करना स्थापना स्तव है।
Sthaavara स्थावर Immobile or static beings like earth, water, air, fire & plants (one-sensed). स्थावर नामकर्म के उदय से जीव स्थावर कहलाते है। स्थावर जीव एक स्पर्षन इन्द्रिय के द्वारा ही जानता, देखता, खाता है इसलिये उसे एकेन्द्रिय स्थावर जीव कहा है। इनके पाॅच भेद है- पृथिवीकाय, जलकाय, अग्निकाय, वायुकाय और वनस्पति काय।
Sthaavara Dasaka स्थावर दषक Particular ten type of karmic natures related to immobile beings. स्थावर, सूक्ष्म, अपर्याप्त, साधारण, अस्थिर, अशुभ, दुर्भग, दुःस्वर, अनादेय, अयशःकीर्ति ये नामकर्म की 10 प्रकृतियाॅ स्थावर दषक कहलाती है।
Sthaavara Jiva स्थावर जीव Transmigratory state of soul (reg. immobile or static beings like earth, water, fire, air & plants). 5 स्थावरोे के 4 भेदो मे एक भेद। जो जीव पहले शरीर को छोड़कर स्थावरो मे जन्म लेने के लिये जा रहा है, जब तक वह स्थावरो को अपने शरीर रुप से ग्रहण नही कर...
Sthaavara sariira Naamakarma prakrti स्थावर शरीर नामकर्म प्रकृति Physique making karmic nature causing birth as one-sensed being. जिसके उदय से एकेन्द्रियो मे उत्पत्ति होती है वह स्थावर नामकर्म प्रकृति है।
Sthalagataa Cuulikaa (स्थलगता चूलिका) - A geat scriptural part of Drishtivad Anga (दृष्टिवाद अंग के अन्तर्गत चूलिका के 5 भेदो मे एक भेद। इसमे दो करोड़ 9 लाख 89 हजार दो सौ पद है। इसमे पृथिवी के भीतर गमन करने के कारणभूत मंत्र तंत्र और तपश्चरण व वास्तुविद्या तथा भूमि सम्बन्धी अन्य शुभश्षुभ लक्ष्णो का...