jain The Sanskrit word ''jina'' means a conqueror. A human being who has conquered inner passions like attachment, desire, anger, pride, greed, etc. and therefore, possesses omniscience is called ''Jina''. Followers of the path practised and preached by the jinas are called Jains.
Sthitikalpa स्थितिकल्प Ten types of code of conduct for a saint. व्यव्हार साधु के 10 स्थ्तििकल्प है। अचेलकत्व, उदिष्ट भोजन का त्याग, शरूयाधरपिंडत्याग, वसतिका बनवाने या सुधरवाने वाले के द्वारा दिये जाने वाले आहार एवं उपकरण का त्याग, राजपिंड का त्याग, कृतिकर्म अर्थात् साधुओ की विनय शुश्रूसा आदि करना, व्रत का जिसे स्वरुप मालूम है...
Sthitikarana स्थितिकरण Re-steadiness of one in religion (a part of right perception). सम्यग्दर्षन के 8 अंगो मे एक अंग। धर्म से विचलित होते हुए जीवो को या स्वंय को धर्म मे पुनः दृढ़ करना स्थितिकरण अंग है।
Stri Parisaha Jaya स्त्री परिषह जय Victory over the woman-affliction causing sexual troubles. एकांत उद्यान या भवन आदि स्थानो मे यौवन से उन्मत्त स्त्रियो के द्वारा बाधा पहुचाये जाने पर भी कामविहार से विचलित नही होना।
Strimukti स्त्रीमुक्ति Salvation of female jaina saints (which is not possible according to Digambar Jaina philosophy). स्त्री मुक्ति का आगम मे निषेध है। पुरुष, स्त्री एंव नपुंसक तीनो ही भाव लिंगो से मोक्ष सम्भव है लेकिन द्रव्य से केवल पुरुषवेद से ही मोक्ष होता है।