विनयांजलि
				विनयांजलि प्रतिमा बना-बना के, प्रतिभावान बन गये। स्वामी रवीन्द्रकीर्ति जी महान बन गये।। माँ रत्नमती जी से संस्कार मिले सच्चे। माँ ज्ञानमती जी के सपने हैं बड़े अच्छे।। सपनों को पूरा करने का अरमान बन गये। स्वामी रवीन्द्रकीर्ति जी महान बन गये।।१।। बचपन से ही रवीन्द्र जी प्रतिभा के धनी हैं। हो अंकगणित, बीजगणित सब...			
		 
				
			 
				
			 
				
			