वीर की जन्मभूमि सजाई नहीं!
वीर की जन्मभूमि तर्ज—कभी प्यासे को पानी…… वीर की जन्मभूमि सजाई नहीं, जन्म उत्सव मनाना सफल क्या रहा ? अपनी निधियाँ अगर हमने पाई नहीं, तो महोत्सव मनाने का फल क्या रहा ?।। टेक.।। हमने इतिहासकारों की बातें सुनीं, आधुनिक बातें सुन एक चिन्तन जगा। शास्त्र की सच्ची बातें बताई नहीं, उनको ही दोष देने…