अहिच्छत्र तीर्थ के पार्श्वनाथ का
अहिच्छत्र तीर्थ के पार्श्वनाथ का तर्ज-जहाँ डाल-डाल पर………… अहिच्छत्र तीर्थ पार्श्वनाथ का अतिशय देखो छाया, जिनधर्म का ध्वज लहराया।।टेक.।। प्राचीन जिनालय में पारस प्रभु ध्यानमग्न बैठे हैं। हाँ ध्यानमग्न………… मानों कमठासुर के संकट को आज भी वे सहते हैं।। हाँ आज भी………… उनके दर्शन-वंदन से बनती शक्तिमान यह काया, जिनधर्म का ध्वज लहराया।।१।।…