जिनवर का महामस्तकाभिषेक निराला है!
जिनवर का महामस्तकाभिषेक निराला है तर्ज-सपने में ………… जिनवर का महामस्तकाभिषेक निराला है। क्या सुन्दर लगती पंचामृत की धारा है।।टेक.।। जब जल की धारा पड़ती, चन्दा के किरण सम लगती। शीतल हो जाती धरती, पावन होते नरतन भी।। हैं पुण्यवान वे जो करते जलधारा है। क्या सुन्दर लगती पंचामृत की धारा है।।१।। जब…