शांतिनाथ जी की जन्मभूमी को नमूँ!
शांतिनाथजी की जन्मभूमि को नमूँ तर्ज—धीरे-धीरे बोल कोई सुन ना ले…… शांतिनाथजी की जन्मभूमि को नमूँ, भूमि को नमूँ, जन्मभूमि को नमूँ।। हस्तिनापुरी शुभ धाम है, जहाँ जम्बूद्वीप महान है।।शांति.।।टेक.।। माता ऐरावति को स्वप्न दिखे जहाँ, विश्वसेन पितु दान किमिच्छक दें जहाँ। धनकुबेर ने रत्नवृष्टि की थी जहाँ, उत्सव करने इन्द्र स्वयं आये…