सुनो इक संत कहानी!
सुनो इक संत कहानी ”तर्ज-अरे रे……… सुनो इक संत कहानी, कहूँ निर्ग्रन्थ कहानी, श्री शांतिसागर मुनिराज की।। शांतिसागर शांतिसागर बोलो बारम्बार, बोलो सभी मिलके उनकी जयजयकार। मुनिचर्या इनसे ही हुई है साकार, उन गुरूणां गुरु को है नमस्कार।।सुनो.।।टेक.।। ईसवी सन् उन्निस सौ बारह तक में, उनके माता-पिता गये स्वर्गलोक में। उनके सभी भाइयों…