जिनेन्द्र प्रतिमा की आसादना का फल!
जिनेन्द्र प्रतिमा की आसादना का फल कनकोदरी रानी पट्टरानी के पद पर आसीन थीं अतः उसे अपने ऐश्वर्य और सुख का बहुत ही अभिमान था ” उसकी ‘लक्ष्मी’ नाम की सौतन थी जो कि सम्यग्दर्शन से पवित्र थी और सदा मुनियों की पूजा में तत्पर रहती थी ” उसने अपने घर के चैत्यालय में एक…