मद्यपान से हानि
मद्यपान से हानि लेखिका – आर्यिका श्री चंदनामती माताजी विजय-अरे अजय! तुमने आज अपनी कैसी हालत बना रखी है ? आखिर तुम्हें हुआ क्या है ? जो पागलों जैसी दशा हो रही है। अजय-ऐं ऽऽ-क्या कहा ? पागल तो तुम होंगे। अब मैं तुम्हारा साथ कभी नहीं करूंगा। मुझे तो अब बहुत अच्छ…