परिणामों की विचित्रता!
देखो, परिणामों की विचित्रता (दो राजकुमारों की कथा) महापुरुष रामचन्द्रजी के समय की बात है । सिद्धार्थ नगरी के राजा क्षेमंकर और रानी फललत्य’ के देशभूषण और कुलभूषण नामक दो राजकुमार थे । दोनों भाइयों को एक-दूसरे के प्रति अपार प्रेम था । वे मात्र इसी भव में नहीं, बल्कि पूर्व में अनेक भव से…