लोभाकुलता!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोभाकुलता –Lobhaakulta A fault of meditative relaxation (greedful uneasiness in meditation). कायोत्सर्ग का एक दोष ;लोभ वश चित्त में विक्षेप होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोभाकुलता –Lobhaakulta A fault of meditative relaxation (greedful uneasiness in meditation). कायोत्सर्ग का एक दोष ;लोभ वश चित्त में विक्षेप होना “
उपसर्ग Calamity, State of affliction, Prefix. पर के निमित्त से आने वाली विपत्ति या संकट, उपसर्ग 4 प्रकार के हैं- मनुष्य, देव, तिर्यच, और प्रकृति कृत। शब्द विशेष की रचनाओं में शब्द के आगे लगाने वाले अक्षर विशेष को भी हिन्दी व्याकरण में उपसर्ग कहा जाता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकेषणा –Lokeshnaa. Longing for worldly fame . लौकिक सुख की इच्छा “लोकप्रसिद्धि की भावना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेदिकाबद्धा –Vedikabaddha An infraction of a particular sitting posture of meditative relaxation. कायोत्सर्ग का एक दोष; दोनों भुजाओं से दोनों घुटने बांधकर बैठना “
दुषमा काल A period of 21000 years is called one Dushama Kal or misery period (presently this period is going on). अवसर्पिणी काल का 5 वां और उत्सर्पिणी काल का दूसरा भेद। इस काल का समय 21 हजार वर्ष का होता है (वर्तमान में यही काल चल रहा है।)।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राजाख्यान – जिनागम में कहे गए चार आख्यानों में लोकाख्यान, देवाख्यान, राजाख्यान, पुराख्यान में चैथा। इसमें राजा के अधीन देष और नगर आदि का तथा उसके प्रभाव क्षेत्र का वर्णन किया जाता है। Rajakhyana- One of the four exposition prescribed in a jaina scripture
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्विकल्प सुख – Nirvikalpa Sukha. Indetermiate enjoyment, supreme bliss. समस्त विकल्पों से रहित मोक्ष सुख “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूढ संख्या – संख्या जो स्वयं से अथवा एक से भाजित होती हो। Rurha Samkhya-Prime number (Number which can be divide only by 1 or itself)