ईति-भीति!
ईति-भीति Calamities and fears. संकट का भय।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उद्दावण Causing turmoil to living beings. जीवों को सताना मारना आदि उपद्रव उद्दावण (उत्तापन) कहलाते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावप्रतिक्रमण – Bhavapratikramana. Internal atonement, internal penitence. आर्त, रौद्र इत्यादिक अशुभ परिणाम व पुण्यास्त्रव के कारणभूत शुभ परिणाम का त्याग करना ” यह प्रतिकर्मण वीतरागी मुनियों के होता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लालसा – प्रबल इच्छा अभिलाशा, निदान षल्य भोगो की लालसा रखना। Lalasa-Keen, Desire Longing
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशालनयन – Vishalanayana. Name of the 4th Rudra among all 11. ११ रुद्रों में चौथा रूद्र अपरनाम वैश्वानर ” इसकी ऊंचाई ९० धनुष एवं आयु एक लाख पूर्व की थी “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] पृथिवि – Prthivi. Earth. धरती, पृथ्वी के चार भेद हैं- पृथ्वी, पृथ्वीकाय, पृथ्वीकायिक, पृथ्वीजीव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विन्ध्य पर्वत – Vindhya Parvata.: Name of a mountain, one of the mountains at Shravanbelagola (a place of pilgrimage). श्रवणबेलगोल(कर्नाटक) के दो पर्वत में दूसरा पर्वत विन्ध्यगिरि ” जहाँ भगवान बाहुबली की 57 फुट ऊँची उन्त्तुग प्रतिमा विराजमान है “
एकेन्द्रिय जाति नामकर्म A karmic nature causing one sensed beings. जिस कर्म में उदय से एकेन्द्रिय जाति में जन्म मिलता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वारुणी –Vaarunii.: Name of a super power,Name of a city in the north of Vijayardh mountain. एक विद्या ,विजयार्ध पर्वत के उत्तरश्रेणी की एक नगरी “
दुषमा काल A period of 21000 years is called one Dushama Kal or misery period (presently this period is going on). अवसर्पिणी काल का 5 वां और उत्सर्पिणी काल का दूसरा भेद। इस काल का समय 21 हजार वर्ष का होता है (वर्तमान में यही काल चल रहा है।)।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]