देवप्रभ!
देवप्रभ An Acharya who wrote ‘Pandav Purana’. पांडव पुराण (प्राकृत) के कर्ता एक आचार्य। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
देवप्रभ An Acharya who wrote ‘Pandav Purana’. पांडव पुराण (प्राकृत) के कर्ता एक आचार्य। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विग्रह – Vigraha.: Quarrel,Separation. कलह, विच्छेद ” विग्रह – Vigraha.: Getting the body through transmigration. देह; नामकर्म के उदय से शरीरों के योग्य पुद्गलों का ग्रहण विग्रह कहलाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विकाल –Vikaala.: Name of the 10th planet among 88. 88 ग्रहों में 10 वां ग्रह “
त्वष्टियोग Deeply engrossment into the supreme soul. ब्रह्मयोग। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विन्ध्याचल-Vindhyaachala.: Name of a mountain of Bharat Kshetra Arya Khand (region). भरतक्षेत्र आर्यखंड का एक पर्वत “
त्रुअित A time unit. काल का एक प्रमाण, 64 लाख त्रुटितांग प्रमाण काल। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
घनरथ Father’s name (of past birth) of Lord Kunthunath. कुन्थुनाथ भगवान् के पूर्वभव के पिता का नाम ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भौम :A peripatetic deity, A kind of earthen bodied beings, A type of knowledge. व्यंतरदेव, पृथिवीकायिक जीव, अष्टांग निमित्तज्ञान का एक अंग “
चतुर्दश नदी Fourteen rivers of Jambudvip (an island). जम्बूद्वीप की १४ महानदियाँ ; गंगा , सिंधु , रोहित , रोहितास्या , हरित , हरिकान्ता , सीता , सीतोदा , नारी , नरकाँटा , सुवर्णकूला , रूप्यकूला , रक्ता , रक्तोदा ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गुणपर्याय Categories (Paryay) known due to having variations in virtues. जिन पर्यायों में गुणों के द्वारा अन्वयरूप एकत्व का ज्ञान होता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]