निर्विकार!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्विकार – Nirvikaara. Pure, without any defect. विकार रहित “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्विकार – Nirvikaara. Pure, without any defect. विकार रहित “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लब्ध्यप्र्याप्तक – अपर्याप्तक नाम कर्म के उदय से जो जीव अपने योग्य पर्याप्तियों को पूर्ण किए बिना ही ष्वास के 18 वें भाग में मरण को प्राप्त हो जाता है अर्थात जिसके एक भी पर्याप्ति पूर्ण नही होती उसे लब्ध्यप्र्याप्तक कहते हैैं। Labdhyaparyaptaka-Absolutely, non development beings (Having very short life)
आलब्ध An infraction in meditative relaxation. कायोत्सर्ग का एक अतिचार।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बीजाक्षर – Bijaksara. Essenceful mystic & chanting words. संक्षिप्त शब्द रचना से सहित व अनंत अर्थो के ज्ञान के कारण अनेक चिन्हों से सहित अक्षर ” जैसे, ॐ , ह्रीं, अर्हं इत्यादि “
उद्धारदेव Name of the 10th Tirthankar (Jaina-Lord) of past time. भूतकालीन चैबीसी के आठवें तीर्थंकर (उद्धारनाथ)।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आयोध्य Title of a jewel ‘Senapati’ (army chief) of Chakravarti (emperor) चक्रवर्ती के चौदह रत्नों में सेनापति नामक रत्न की संज्ञा।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वाणकल्याणक वन्दना – Nirvanakalyanaka Vandanaa. A devotional prayer related to the holy event of salvation of Lord Arihant. कृतिकर्म; सिद्ध – श्रुत – चारित्र – योगी-निर्वाण व शांति भक्ति करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रस़ऋद्धि – एक ऋद्धि, यह उग्र तपस्या से प्राप्त होती है। Rasa Rddhi- A type of super natural power
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बीजरूचि – Bijaruci A type of noble persons who get right faith by knowing bijapadas दर्शनार्य का एक भेद ; बिजपदों के ग्रहणपूर्वक सूक्ष्मार्थ तत्त्वार्थ श्रध्दान को प्राप्त करने वाले बिजरुची कहलाते हैं “.
आसन्न मरण Supreme beings, who get salvated in short time. जो साधु संघ से भ्रष्ट हो बाहर निकल गया ऐसे स्वच्छन्द, कुशील व संसक्त साधु का मरण।[[श्रेणी:शब्दकोष]]