वीर कवि!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वीर कवि –ViraKavi. Name of a great writer of ‘JambusamiChariu’ जम्बुसमी चरिउ, अपभ्रंश भाषा बद्ध ग्रन्थ के कर्ता ” समय ई १०१९ “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वीर कवि –ViraKavi. Name of a great writer of ‘JambusamiChariu’ जम्बुसमी चरिउ, अपभ्रंश भाषा बद्ध ग्रन्थ के कर्ता ” समय ई १०१९ “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थिति बंध अध्यवसाय स्थान – Sthiti Bamdha Adhyavasaaya Sthaana. Passionful thoughts causing binding of karmas with the soul.स्थितिबंध के लिये कारणभूत आत्मा के कषाय युक्त परिमाण। इनको कषाय अध्यवसाय स्थान भी कहते है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रोहित कुड – हैमवत क्षेत्र में स्थित एक कुण्ड जिसमें से रोहित नदी निकलती है। Rohita Kumda-Name of a large pool of haimvati kshetra (region)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संजात – Sanjaata. Name of a the 5th Tirthankar (Jain Lord) of Videh Kshetra (region). विदेह क्षेत्रस्थ ५ वें तीर्थंकर इनका चिन्ह सूर्य एवं जन्म नगरी अलकापुरी हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थापना निक्षेप – Sthaapanaa Niksepa. Installation of a real form into its artificial one.धातु, काष्ठ, पाषाण आदि की प्रतिमा तथा अन्य पदार्थों मे यह वह है इस प्रकार की कल्पना करना स्थापना निक्षेप है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] युक्त्यनुशासन – आचार्य समन्तभद्र कृत सस्कृत में 64 ष्लोक ष्लोक प्रमाण स्तोत्र। Yuktyanusasana- name of a book written by acharya samantbhadraji
चमू A division of army. सेना का एक अंग . इसमें ७२९ रथ , इतने ही घोड़े , ३६४५ प्यादे और इतने ही घुड़सवार सैनिक होते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सम्यगवघिज्ञान – Samyagavadhigyaana. Right clairvoyance. जो ज्ञान वस्तु के स्वरुप को न्यूवता रहित, अधिकता रहित, विपरीतता रहित, सन्देह रहित, जैसा का तैसा जानता है उसे सम्यज्ञान कहते है। अथवा वस्तु स्वरुप को यथार्थ रुप से जानना।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राज्याभिषेक – स्नपन क्रिया, राजा को राज्य का स्चामित्च प्राप्त होने के समय होने वाली एक क्रिया विधि।इसके पष्चात पटट् बा्रधकर वस्त्राभूशण देते हुए राज्य का स्वामित्व प्रदान किया जाता है। Rajyabhiseka-Coronation, the ceremony of crowning a king
चेतन Sentient being, Rational, Psychical, Conscious. अनुभवरूप भाव का नाम चेतन है अथवा जाने वाला आत्मा , जीव ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]