आहारक चतुष्क!
आहारक चतुष्क Quartet assimilation pertaining to Aharak Sharir. आहारक शरीर, आहारक अंगोंपांग, बंधन, संघात।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आहारक चतुष्क Quartet assimilation pertaining to Aharak Sharir. आहारक शरीर, आहारक अंगोंपांग, बंधन, संघात।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्धूतमोह – Nirdhootamoha. Destroyer of delusion. mohmommoमोह को जिन्होंने नष्ट कर दिया है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनोगुप्ति – Manogupti. Controlling of passions and bad thoughts. कलुषता , मोह , राग , द्वेष , आदि अशुभ भावों का परिहार ” मन को अपने अधीन रखना “
देवदारू Tree-Cedar, the initiation tree of Lord Parshvanath. पाश्र्वनाथ भगवान के दीक्षा वृक्ष का नाम। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाह्य पारिषद – Bahaya Parisada. A type of deities in the council of Indris’. देवो का एक प्रकार; जो अत्यंत स्थूल, निष्ठुर, क्रोधी और शस्त्रों से सहित रहते हैं ” वे इंद्र कि सभा में अयोग्य लोगो को ‘दूर हटो ‘ इस तरह बोलकर अपना दायित्व निभाते हैं “
उत्पल A summit of Padma Hrada (a lake). पद्म हद में स्थित एक कूट।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निरीती – Nireetee. Lack of different calamities. ईतियों का अभा; अतिवृष्टि, अनावृष्टि, भूषण, शलभ, शुक और निकटवर्ती शत्रु-ये 6 ईतियां है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संसक्त साधु – Sansakta Saadhu. Saints involved in occupational or professional activities. जो मंत्र, वैद्यक या ज्योतिष शास्त्र से अपनी जीविका करते है और राजा आदिकों की सेवा करते हैं वे संसक्त साधु हैं ” ये सदोष साधु होते हैं “
एकेन्द्रिय Beings – having one sense. जिसके मात्र स्पर्शन इन्द्रिय है, पाँच स्थावर जीव।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नंदिभूति – Namdibhuti Name of the 4th predestined Narayan. आगामी चतुर्थ नारायण ”