प्रतिभा संस्कारारोपण पूजा!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिभा संस्कारारोपण पूजा – Pratibhaa sanskaaraaropana poojaa. A worshipping hymn composed by Acharya Indranandi. आचार्य इन्द्रनन्दि द्वारा रचित एक पूजा “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिभा संस्कारारोपण पूजा – Pratibhaa sanskaaraaropana poojaa. A worshipping hymn composed by Acharya Indranandi. आचार्य इन्द्रनन्दि द्वारा रचित एक पूजा “
तिर्यग्गतिप्रायोग्यानुपूर्वी Existence of old body form before taking the new birth (reg. Tiryanch Gati). वह नामकर्म जिसके उदय से तिर्यचगति में जाते हुए विग्रहगति में पूर्व के शरीर के आकार के समान जीव (आत्मप्रदेश ) का आकार बना रहे। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिबंध्य – Pratibandhya. Restricted, Prohibited. प्रतिबंधन अथवा बंधन के योग्य “
तिर्यंच पंचेन्द्रिय All animals (except human beings) having 5 sense-organs. मनुष्य को छोडकर पांच इंन्द्रियों वाले समस्त पशु पक्षी इत्यादि जीव। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिनीत – Pratineeta. An infraction of paying reverence disobedience. वन्दना का एक अतिचार; गुरु की आज्ञा से प्रतिकूल आचरण करना “
तिथि Traditional date, Date of a lunar or solar month. भारतीय परम्परा में अनादिकाल से प्रचलित प्रत्यके माह के कृष्णपक्ष और शुक्लपक्ष की तिथियाँ जो तिथि तीन मुहूर्त या छः घड़ी उदय में हो उसको मानना चाहिए। हर एक तिथि का प्रमाण 54 घड़ी से 65 घड़ी तक या कुछ कम 66 घड़ी का होता…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिकेशव – Pratikeshava. Pratinarayana (noble person). प्रतिनारायण “
तर्जित An infraction in paying reverence to Acharyas. वंदना का एक अतिचार तर्जनी अंगुली के द्वारा अन्य साधुओं को भय दिखाते हुए अथवा आचार्य आदि से स्वयं तार्जित होकर वंदनादि करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुष्पवती – Puspavati. Name of a chief female divinity of an Indra of Kinnar type. किन्नर जाति के व्यंतरों के इन्द्र ‘महापुरुष’ की वल्लभिकादेवी “
ताप To have pain, distress, mental agony. असातावेदनीय के आस्रव का कारण अपवाद आदि के कारण अपवाद आदि के कारण खिन्न हो तीव्र संताप होना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]