शुद्धात्मसंवित्ति!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्धात्मसंवित्ति – Shuddhaatmasanvitti. Perception of right knowledge, A synonym word for Mokshmarg (path of salvation). आत्मज्ञान होना, मोक्षमार्ग या निर्विकल्प समादी का अपरनाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्धात्मसंवित्ति – Shuddhaatmasanvitti. Perception of right knowledge, A synonym word for Mokshmarg (path of salvation). आत्मज्ञान होना, मोक्षमार्ग या निर्विकल्प समादी का अपरनाम “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मंगल गोचर प्रत्याखयान :An activity of auspicious exposition (performed by a saint after taking food). जैन साधु द्वारा की जाने वाली एक क्रिया ‘मंगलगोचर के पश्चात अगले दिन अर्थात चतुर्दशी (वर्षायोग स्थापना एवं निष्ठापन दिवस) के लिए एक विशेष भक्ति पाठ पूर्वक गुरु से उपवास ग्रहण करना “
द्वेषकी क्रिया A kind of activity of violence . एक प्रकार की हिंसा क्रिया।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विचार –Vichaara.: Consideration, opinion, thoughts, reflection. किसी पदार्थ या विषय का चिन्तवन करना विचार कहलाता है “
द्विपृष्ठ The second Narayana of the present era. वर्तमान भव में द्वितीय नारायण, जिसने कोटिशिला को अपने मस्तक तक ऊपर उठा लिया था।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विक्रम – Vikrama.: Name of a poet, the writer of ‘Nemicharit Granth’ (a treatise). एक जैन कवि ,नेमिचरित ग्रन्थ के रचयिता “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विकल – Vikala.: Deficient,Inadequate,Deprived of a part. अधूरा या किसी भाग अथवा अंश से वंचित ,सदोष “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] पूर्वाषाढ – Purvasarha. Name of a lunar. एक नक्षत्र का नाम “
उदयादित्य Name of a king and a Kannad poet. भोजवंशी राजा जयसिंह के पुत्र (नरवर्मा के पिता मालवा देश के राजा-ई. 1058-1093) उदयादित्यालंकार के रचयिता एक कन्नड कवि (ई. 1150)। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
घाती कर्म प्रकृति Nature of destructive Karmas. २६ देशघाती एवं २१ सर्वघाती कर्म प्रकृतियाँ ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]