द्रव्य अवसन्न!
द्रव्य अवसन्न To become immoral (reg. a saint). किसी पथिक या साधु का मार्ग भ्रष्ट हो जाना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्रव्य अवसन्न To become immoral (reg. a saint). किसी पथिक या साधु का मार्ग भ्रष्ट हो जाना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चन्द्रविमान The Moon, Space vehicles. चन्द्रमा , २ जम्बूद्वीप के + ४ लवण समुद्र के + १२ धातकी खण्ड के + ४२ कालोधि के+ ७२ पुष्करार्द्ध के इस प्रकार ढाई देवीप में कुल १३२ चंद्रविमान गमनशील हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
द्युति Light, radiance, splendour. कति,शरीर, वस्त्र और आभूषण आदि की कांति।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चूलिका Peak, Summit, A part of scriptural knowledge (Shrutgyan). पर्वत की चोटी , श्रुतज्ञान ; दृष्टिप्रवाद अंग का ५वां भेद ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
दैत्य A type of knowledge, Demon, Evil spirit. एक प्रकार की विद्या, राक्षस।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शून्यघर – Shunyaghara. Peaceful and solitude-place like caves etc. (for saints’ staying). वसतिका; साधू के ठहरने के लिए एकांत गुफा, वेइक्ष की कोटर आदि शून्य स्थान “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समारंभ – Samaarambha. Preparation (of means). कार्य साध्य के लिये साधनों का इकट्टा करना समारंभ है। या साधनों का जुटना समारभ है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुभ्र – Shubhra. Name of a city of Bharat Kshetra (region). भरतक्षेत्र का एक नगर; इसे राजासूर्य ने बसाया था “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्तूप -Stuupa. A dome shaped structure ( a type of creation in the samavasharana, the assembly of Lord).समवषरण रचना का एक अंग। ये समवषरण की वीथियो के मध्यभाग मे बनाये जाते है। अर्हत और परमेष्ठियो की प्रतिमाये इनके चारो और स्थापित की जाती है।
चल Moving, Unsteady, Restless, A fault of right perception (pertaining to passions). जो कुछ काल तक स्थिर रहकर चलायमान हो जाता है . सम्यग्दर्शन के तीन दोषों में एक दोष ; जल कल्लोल की तरह नाना विषयों में चलायान रहना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]