श्रुतगुरु!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रुतगुरु – Shrutaguru. Spiritual preceptor. जो प्रायश्चित देकर संवेग व वैराग्य जनक परमागम के वचनों द्वारा साधु का संवरण करते है वो निर्यापक है ” उन्हें ही शिक्षा गुरु या श्रुत गुरु भी कहते है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रुतगुरु – Shrutaguru. Spiritual preceptor. जो प्रायश्चित देकर संवेग व वैराग्य जनक परमागम के वचनों द्वारा साधु का संवरण करते है वो निर्यापक है ” उन्हें ही शिक्षा गुरु या श्रुत गुरु भी कहते है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संस्तवक – Sanstavaka. The 2nd Patal (layer) of the 2nd hell. दूसरे नरक का दूसरा पटल “
आन्तरिक सज्जा Interior decoration or furnishing. भीतरी सजावट।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] ब- देवनागरी वर्णमाला का तेर्इसवाँ व्यंजन, इसका उच्चारण दोनों ओठों को मिलाकर किया जाता है। Ba- The 23rd constant of the devnagri syllabus
इंद्रियजय Sensual restraint, subjugation. पाँचों इन्द्रियों को ज्ञान वैराग्य उपवास आदि के द्वारा वस में रखना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संस्कारमालारोपण – Sanskaara Maalaaropana. A particular kind of ritual procedure of attributing virtues to the idol of Jaina-Lord, to be observed by Saudharma Indra. पंचकल्याणक प्रतिष्ठा में केवलज्ञान कल्याणक के दिन प्रतिमा के ऊपर सौधर्म इन्द्र द्वारा की जाने वाली एक विशेष विधि, जिसमें प्रतिमा के ऊपर विविध संस्कारों का आरोपण किया जाता है…
इन्द्रजाल Dancing of Indra, Illusion, Deception. विलक्षण क्रियाओं से युक्त इन्द्र का नृत्य मायाजाल।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
ग्रहण प्रायोग्य वर्गणा A type of aggregate of Karmic molecules. बंध के योग्य या बांधने पुद्गल वर्गणा ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
उज्जवलित Made bright, Radiant, The 7th layer (Patal) of the 3rd hell. प्रकाशवान दीप्तिमान् तीसरे नरक का सातवाँ पटल।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
इतरनिगोद A type of Nigod related to 4 Gatis. जो नित्य निगोद से निकलकर अन्य पर्याय या जन्म धारण कर फिर निगोद में जाते हैं इसे चतुर्गति निगोद भी कहते हैं।[[श्रेणी:शब्दकोष]]