आरती केवली विधान की आरती
आरती केवली विधान की आरती…… -प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका चन्दनामती तर्ज—ले के पहला प्यार………….. जय जय केवलि भगवान, जो अनुबद्ध हुए हैं महान, इनकी आरति से पाएंगे हम श्री श्रुतज्ञान।।टेक.।। ऋषभदेव प्रभु से लेकर महावीर जिनवर तक। चौबीसों तीर्थंकर के समवसरण होते सुखप्रद।। उनमें बारह सभा महान, बैठे गणधर मुनी प्रधान, इनकी आरति से पाएंगे हम श्री…