पंचपरमेष्ठी की आरती
“…पंचपरमेष्ठी की आरती…” तर्ज – चांदनपुर के गाँव में बुला ले सांवरिया………. घृत दीपक का थाल ले, उतारूँ आरतिया, मैं तो पाँचों परमेष्ठी की। पाँचों परमेष्ठी की एवं चौबीसों जिनवर की।।घृत दीपक.।।टेक.।। समवसरणयुत अरिहंतों की, सिद्धशिला के सिद्धों की-२ भवदुख नाशन हेतु ही, उतारूँ आरतिया, मैं तो पाँचों परमेष्ठी की।।१।। परमेष्ठी आचार्य उपाध्याय, साधु मोक्षपथगामी…