भगवान श्री शीतलनाथ की आरती(B)
भगवान श्री शीतलनाथ की आरती(B) तर्ज—जनम-जनम का……. आरति करने आए जिनवर द्वार तिहारे-हाँ द्वार तिहारे ।। शीतल जिन की आरति से, भव-भव के ताप निवारें ।। आरति करने………….।।टेक.।। भद्दिलपुर नगरी स्वामी, तुम जन्म से धन्य हुई थी, दृढ़रथ पितु अरु मात सुनन्दा, संग प्रजा हरषी थी। जन्मकल्याणक इन्द्र मनाएं, जय-जयकार उचारें। आरति करने………….।।१।। चैत्र वदी…