श्री सुदर्शन मेरू की आरती (A)
श्री सुदर्शन मेरू की आरती (A) ॐ जय श्री मेरू जिनं, स्वामी जय श्री मेरू जिनं। सोलह चैत्यालय से, शोभित गिरि अनुपम।।ॐ जय.।।टेक.।। भद्रशाल वन भू पर, वन उपवन सोहे।स्वामी………. चउ दिशि चार जिनालय, जिन प्रतिमा शोभे।।ॐ जय.।।१।। पांच शतक योजन पर, नंदनवन आता।।स्वामी……. साढ़े बासठ सहस सुयोजन, सुमनस मन भाता।।ॐ जय.।।२।। चंपक तरू आदिक…