भगवान श्री ऋषभदेव की आरती
भगवान श्री ऋषभदेव की आरती……. रचयित्री-प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका चन्दनामती ॐ जय वृषभेष प्रभो, स्वामी जय वृषभेश प्रभो । पंचकल्याणक अधिपति, प्रथम जिनेश विभो।।ॐ जय.।।टेक.।। वदि आषाढ़ दुतीया, मात गरभ आए। स्वामी…….। नाभिराय मरुदेवी के संग, सब जन हरषाए।।ॐ जय.।।१।। धन्य अयोध्या नगरी, जन्में आप जहाँ।स्वामी…….। चैत्र कृष्ण नवमी को, मंगलगान हुआ।।ॐ जय.।।२।। कर्मभूमि के आदि विधाता,…