मंगलाचरण
मंगलाचरण -कुसुमलता छंद- सिद्धशिला के अधिनायक, प्रभु सिद्ध अनंतानंत नमूूँ। सिद्धिप्रिया को सुखदायक, चौबीसों तीर्थंकर प्रणमूँ।। रिद्धि सिद्धि के दाता चिन्तामणि पारस प्रभु को वंदन। सुख समृद्धि के कर्ता विघ्नों, के हर्ता जिनवर को नमन।।१।। पंचकल्याणक प्राप्त जिनेश्वर, निज आतम कल्याण करें। सचमुच जो कल्याण के मंदिर, बन जन-जन कल्याण करें।। कुमुदचंद्र आचार्य प्रवर ने,…