तीर्थंकर समवसरण पूजा
तीर्थंकर समवसरण पूजा…… -अथ स्थापना-शंभु छंद- चौबीसों तीर्थंकर प्रभु को, मेरा शत शत वंदन है। प्रभु के समवसरण को प्रणमन, गणधर गुरु को प्रणमन हैं। सर्व साधुगण को भी वंदन, जिनप्रतिमा को वंदन हैं। हम करते हैं विधिवत् जिनवर का, इत आह्वानन अर्चन है।।१।। ॐ ह्रीं श्रीसमवसरणस्थितचतुर्विंशतितीर्थंकरसमूह! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं श्रीसमवसरणस्थितचतुर्विंशतितीर्थंकरसमूह!…