भजन
भजन….. रचयित्री-आर्यिका चंदनामती राजधानी दिल्ली से गूंज उठा नाद, भरत जी का भारत है करो सब याद। यही कहने आई हैं-माँ ज्ञानमती, सारे जग में छाई हैं-माँ ज्ञानमती।। जैन एवं वैदिक शास्त्रों में है ऐसा बताया। प्रभु ऋषभदेव के सुत भरत जी में है भारत समाया।। भरत जी घर में वैरागी थे, निज आत्मा के…