समयसार-अमृतकलश पद्यावली
समयसार-अमृतकलश पद्यावली आचार्य श्री कुन्दकुन्ददेव ने समयसार नामक महानग्रंथ की रचना करके बहुत बड़ा उपकार किया है। इस ग्रंथ के बारे में कहा जाता है कि- तरणकला जाने बिना, ज्यों नहिं नैया पार। समयसार जाने बिना, त्यों नहिं हो भव पार।। यह समयसार जीवन की अमूल्य निधिस्वरूप है। पूज्य आर्यिका श्री अभयमती माताजी ने इस…