श्री मल्लिनाथ वन्दना
श्री मल्लिनाथ वन्दना -नरेन्द्र छंद- तीर्थंकर श्रीमल्लिनाथ ने, निज पद प्राप्त किया है। काम मोह यम मल्ल जीतकर, सार्थक नाम किया है।। कर्म मल्ल विजिगीषु मुनीश्वर, प्रभु को मन में ध्याते। हम वंदे नित भक्ति भाव से, सब दु:ख दोष नशाते।।१।। -शेरछंद- जय जय श्री जिनदेव देव देव हमारे। जय जय प्रभो! तुम सेव करें…