जिनेन्द्र भक्ति संग्रह-प्रशस्ति
जिनेन्द्र भक्ति संग्रह-प्रशस्ति —शंभु छंद— श्री शांतिनाथ श्री कुंथुनाथ, श्री अर जिनवर को नित्य नमूँ। श्री ऋषभदेव से महावीर तक, चौबिस जिनवर को प्रणमूँ।। श्री सरस्वती माँ को वंदूं, श्री गौतमगणधर को प्रणमूँ। आचार्य उपाध्याय साधु परम-गुरुओं को पुन: पुन: प्रणमूँ।।१।। श्री मूलसंघ में कुंदकुंद, आम्नाय सरस्वति गच्छ कहा। विख्यात बलात्कारगण से, गुरु परम्परा से…