श्री सुदर्शन मेरु स्तुति
श्री सुदर्शन मेरु स्तुति -शंभु छंद- श्रीमेरु सुदर्शन के ऊपर, सोलह चैत्यालय भास रहे। उसमें क्रमश: वन भद्रसाल, नंदन सौमनसरु पांडुक हैं।। चारों वन के चारों दिश में, शुभ चार-चार जिनमंदिर हैं। प्रति जिनमंदिर में जिनप्रतिमाएँ, इकसौ आठ प्रमाण कहें।।१।। ये इंद्रिय सुख से रहित अतीन्द्रिय, ज्ञान सौख्य संपतिशाली। सब रागद्वेष विकाररहित, जिनवर प्रतिमा महिमाशाली।।…