अनाधिनिधन महामंत्र, तीर्थ आदि जो अनादि-अनंत हैं
अनाधिनिधन महामंत्र, तीर्थ आदि जो अनादि-अनंत हैं (आज जो उपलब्ध हैं) १. णमोकार मंत्र अनादि है। २. चत्तारि मंगल पाठ अनादि है। ३. दो तीर्थ अनादि हैं–अयोध्या, सम्मेदशिखर। ४. मास, तिथियाँ अनादि हैं। श्रावण, भाद्रपद आदि मास, प्रतिपदा, द्वितीया आदि तिथियाँ, कृष्ण-शुक्ल पक्ष। ५. अष्टमी–चतुर्दशीपर्व, नंदीश्वरपर्व, सोलहकारण, दशलक्षण, पंचमेरू व रत्नत्रयपर्व व्रत अनादि हैं। देवगण…