जैनं जयतु शासनं के स्थान पर
जैनं जयतु शासनं के स्थान पर ‘नमोऽस्तु शासन जयवंत हो’ कहाँ तक उचित है : एक अनुशीलन (गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी से विशेष वार्ता) प्रस्तुति-आर्यिका स्वर्णमती (संघस्थ) आर्यिका स्वर्णमती-पूज्य माताजी! वंदामि, आज एक महत्वपूर्ण विषय पर आपके मार्गदर्शन की आवश्यकता है। आजकल अनेक श्रावक आकर कहते हैं कि आज ‘‘जैन शासन’’ के स्थान पर ‘‘नमोऽस्तु…