श्री महावीर भगवान की आरती
श्री महावीर भगवान की आरती तर्ज-नागिन धुन…………. जय वीरप्रभो, महावीर प्रभो, की मंगल दीप प्रजाल के मैं आज उतारूं आरतिया।। टेक.।। सुदी छट्ठ आषाढ़ प्रभू जी, त्रिशला के उर आए। पन्द्रह महिने तक कुबेर ने, बहुत रत्न बरसाये।।प्रभू जी.।। कुण्डलपुर की, जनता हर्षी, प्रभु गर्भागम कल्याण पे, मैं आज उतारूं आरतिया।।१।। धन्य हुई कुण्डलपुर नगरी,…