गुरुवन्दना (हिन्दी पद्यानुवाद)
गुरुवन्दना (हिन्दी पद्यानुवाद) नमोऽस्तु आचार्यवन्दनायां……..सिद्धभक्तिकायोत्सर्गं करोम्यहम्। (९ जाप्य) लघु सिद्धभक्ति- समकित दर्शनज्ञान वीर्य, सूक्ष्मत्व तथा अवगाहन हैं। अव्याबाध अगुरुलघु ये, सिद्धों के आठ महागुण हैं।।१।। तप से सिद्ध नयों से सिद्ध, सुसंयमसिद्ध चरित सिद्धा। ज्ञान सिद्ध दर्शन से सिद्ध, नमूँ सब सिद्धों को शिरसा।।२।। अंचलिका- हे भगवन् ! श्री सिद्धभक्ति का, कायोत्सर्ग किया उसका। आलोचन…