अष्ट मंगलद्रव्य
अष्ट मंगलद्रव्य श्री रतनलाल कटारिया केकड़ी (अजमेर)' जैनशास्त्रों में विभिन्न प्रकार से अष्ट मंगल द्रव्यों के उल्लेख पाये जाते हैं नीचे सप्रमाण उन पर प्रकाश डाला जाता है— १— तिलोयपण्णत्ती (अधिकार ४) भिंगार कलश दप्पण, चामर धय वियण छत्र सुपइट्ठा। इय अट्ठ मंगलाइं, अट्ठुत्तर सय जुदाणि एक्केक्कं।।७३८।। १. भृंगार-झारी २.कलश-लोटा ३. दर्पण ४.चमर ५.ध्वजा ६.व्यजन-पंखा...