द्वितीय बालयति तीर्थंकर श्री मल्लिनाथ भगवान
“…द्वितीय बालयति तीर्थंकर श्री मल्लिनाथ भगवान…” इस भरतक्षेत्र के बंगदेश में मिथिलानगरी के स्वामी इक्ष्वाकुवंशी ‘कुंभ’ महाराज धर्मनीतिपूर्वक राज्य संचालन कर रहे थे। उनकी रानी का नाम ‘प्रजावती’ था। चैत्र शुक्ला प्रतिपदा के दिन सोलहस्वप्नविलोकनपूर्वक रानी प्रजावती ने अहमिन्द्र देव को गर्भ में धारण किया और मगसिर सुदी एकादशी के दिन अश्विनी नक्षत्र में पूर्ण…