आचार्य श्रीवीरसागर महाराज की आरती
“…आचार्य श्रीवीरसागर महाराज की आरती…” ॐ जय जय गुरुदेवा, स्वामी जय जय गुरुदेवा। जिनवर के लघुनन्दन-२, वीर सिन्धु देवा।।ॐ जय.।। तिथि आषाढ़ सुदी पूनो को, ईर ग्राम जन्मे। स्वामी………….. भाग्यवती माँ पिता रामसुख-२, तुमको पा हर्षे।।ॐ जय.।।१।। गुरू पूर्णिमा धन्य हुई तिथि, तुम सा गुरु पाकर। स्वामी………. हीरालाल नाम पा-२, बन गये रत्नाकर ।। ॐ…