श्री विशालकीर्ति तीर्थंकर पंचकल्याणक स्तुति
श्री विशालकीर्ति तीर्थंकर पंचकल्याणक स्तुति —चौपाई— पूर्व विदेह क्षेत्र अमलान। पुण्डरीकिणी नगरी जान। पिता विजय राजा गुणवान। माता विजया सुर नर मान्य।।१।। जन्में तीर्थंकर भगवान। नाम विशालकीर्ति गुणखान। सुर जन्मोत्सव किया अपार। नमत प्रभू को हर्ष अपार।।२।। शशी चिन्ह प्रभु राज्य करंत। पुन: विरक्त भये भगवंत। इंद्र करें उत्सव गुरु मान्य। नमूँ प्रभू का तप…