भगवान पार्श्वनाथ दशावतार नाटक.
“….भगवान पार्श्वनाथ दशावतार नाटक…” मरुभूति -प्रथम दृश्य- (मंच पर सामूहिक प्रार्थना) धरती का तुम्हें नमन है, आकाश का तुम्हें नमन है। तीन लोक के सौ इन्द्रों ने, किया तुम्हें वंदन है।। सौ-सौ बार नमन है-२ पार्श्वनाथ प्रभु के चरणों में, सौ-सौ बार नमन है।।टेक.।। तीन तीर्थ माने हैं जिनके, पंचकल्याण से पावन, वाराणसि, अहिच्छत्र और…