गणिनी ज्ञानमती बारहमासा
गणिनी ज्ञानमती बारहमासा तर्ज-मुक्तिपथ का पथिक… बारहमासा सुनो ज्ञानमति मात का, जिनने निज में समाया सभी मास को। सारा संसार विषयों का स्वादी बना, तब ये तज कर चलीं सब विषय आश को।।१।। चैत्र महिना बसन्ती गुलाबी ऋतू, जिसको नर नारी कहते हैं अपना हितू। कृष्ण एकम को तुम क्षुल्लिका बन गईं, षोडशी सोलहकारण व्रती…