लवणसमुद्र में पर्वतों पर जिनमंदिर (जंबूद्वीवपण्णत्ती ग्रंथ से)
लवणसमुद्र में पर्वतों पर जिनमंदिर (जंबूद्वीवपण्णत्ती ग्रंथ से) बादालीस सहस्सा गंतूणं जोयणाणि वेदीदो। बेलंधरदेवाणं अट्ठेव य पव्वदा होंति१।।२७।। जोयणसहस्सतुंगा कलसद्धसमाणभासुरा विउला। वणवेदिएिंह जुत्ता वरतोरणमंडिया दिव्वा।।२८।। वलयामुहाण णेया दो दो पासेसु होंति णायव्वा। अक्खयअणाइणिहणा णाणामणिरयणपरिणामा।।२९।। पुव्वेण होंति णेया कोत्थुभणामा णगा हु कणयमया। कोत्थुभणामसुिंरदा वसंति वेलंधरा तेसु।।३०।। दक्खिणदिसेण णेया दगभासा अंकरयणमयसेला। दगभासदेवसहिया बहुविहपासादसंच्छण्णा।।३१।। पच्छिमदिसेण सेला रुप्पमया संखजुवलवरणामा।…