भजन
भजन….. -आर्यिका चन्दनामती तर्ज—प्रभु नेमि बता जाना……. प्रभु ऋषभ जहाँ जनमें, खेले जहाँ बचपन में, मरुदेवी के आंगन में, वह नगरि अयोध्या है।।१।। जहाँ राज्य किया प्रभु ने, जहाँ त्याग किया प्रभु ने, चले तप करने वन में, वह नगरि अयोध्या है।।२।। श्री भरत जहाँ जनमें, चक्रीश प्रथम बन के, यशस्वति माता से, वह नगरि…