जिनवाणी स्तुति
जिनवाणी स्तुति रचयित्री-प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका चंदनामती हे सरस्वती माता, अज्ञान दूर कर दो। जग को देकर साता, विज्ञान पूर भर दो।। श्रुत का भण्डार भरा, तेरे ज्ञान की गंगा में। जन मन शृंगार करा, गुरुवर मुनि चन्दा ने।। शृंगार सहित माता, श्रुत ज्ञान पूर्ण कर दो। जग को देकर साता, विज्ञान पूर भर दो।।१।। प्रभुवीर की…