मानस्तंभ पूजा
मानस्तंभ पूजा -अथ स्थापना (नरेन्द्र छंद)- श्री धर्मनाथ की जन्मभूमि में, जिनमंदिर सन्मुख में। मानस्तंभ बना है सुंदर, शोभे गगनांगण में।। उनमें चारों दिश जिनप्रतिमा, भक्ति भाव से वंदूँ। आह्वानन कर पूजन करके, कर्मशत्रु को खंडूं।।१।। ॐ ह्रीं श्रीधर्मनाथतीर्थंकरमानस्तंभविराजमानजिनबिम्बसमूह! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं श्रीधर्मनाथतीर्थंकरमानस्तंभविराजमानजिनबिम्बसमूह! अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठः ठः स्थापनम् । ॐ…